क्यों CM योगी ने PM मोदी के साथ गंगा में नहीं लगाई थी डुबकी
अखिलेश यादव ने बताई वजह, क्यों CM योगी ने PM मोदी के साथ गंगा में नहीं लगाई थी डुबकी
उनका कहना था कि इससे बड़ी त्रासदी क्या होगी जो करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी गंगा को साफ नहीं किया जा सका। अब लोगों को बरगलाने के लिए पीएम गंगा स्नान की रस्म निभा रहे हैं।
पीएम मोदी के साथ गंगा स्नान न करने पर अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया। सपा प्रमुख का कहना था कि योगी को पता था कि गंगा मैली है। इसी वजह से उन्होंने गंगा में डुबकी लगाने से गुरेज किया। उनका कहना था कि इससे बड़ी त्रासदी क्या होगी जो करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी गंगा को साफ नहीं किया जा सका। अब लोगों को बरगलाने के लिए पीएम गंगा स्नान की रस्म निभा रहे हैं।
अखिलेश पीएम के काशी दौरे को लेकर काफी मुखर दिख रहे हैं। इससे पहले उन्होंने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि आप एक-दो नहीं बल्कि उससे ज्यादा दिनों तक यहां रहे। उनका तंज था कि काशी में लोग अपने अंतिम दिनों में ही आते हैं। इससे पहले पीएम ने भी लाल रंग को लेकर सपा पर निशाना साधा था। उसके बाद से शब्दबाण दोनों तरफ से चल रहे हैं।
उधर, सोमवार देर रात मोदी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ वाराणसी की सड़कों पर निकले और काशी विश्वनाथ धाम और बनारस रेलवे स्टेशन का दौरा किया। देर रात करीब एक बजे पोस्ट किए गए एक ट्वीट में मोदी ने कहा कि उन्होंने वाराणसी में प्रमुख विकास कार्यों का निरीक्षण किया।
वाराणसी 2014 से प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र है। वह सोमवार को दो दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे। मोदी सोमवार सुबह काल भैरव मंदिर गए थे। दोपहर में उन्होंने महत्वाकांक्षी काशी विश्वनाथ गलियारा परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन किया, जिसे काशी विश्वनाथ धाम कहा जाता है। शाम को उन्होंने भव्य गंगा आरती और लाइट एंड साउंड शो देखा।
मध्यरात्रि के कुछ समय बाद एसपीजी सुरक्षा कर्मियों से घिरे प्रधानमंत्री गोदौलिया चौक के पास वाराणसी की सड़कों पर टहल रहे थे। उन्होंने देर रात एक बजे के बाद रेलवे स्टेशन के अपने दौरे की तस्वीरें भी साझा कीं। इसे हाल में पुनर्विकसित कर सजाया संवारा गया था। बनारस रेलवे स्टेशन को पहले मंडुआडीह के नाम से जाना जाता था और इस साल की शुरुआत में इसका नाम बदला गया।