मैं दलित हूं, इसलिए मंत्री परसादी और महेश जोशी मेरे काम नहीं करते
शनिवार दोपहर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बाबूलाल बैरवा ने कहा- मैं शेड्यूल कास्ट का आदमी हूं, इसलिए परसादीलाल मेरा काम नहीं करता है। उससे ज्यादा सीनियर हूं। उससे ज्यादा और पहले मैं विधायक बना, लेकिन मेरा कोई काम नहीं करता है। मैंने मेरे बेटे को भेजा, जो उपाध्यक्ष भी है। उसे भगा दिया। रघु शर्मा ने भी मेरे काम नहीं किए थे, लेकिन मेरे आवाज उठाते ही दूसरे दिन ही वो सरेंडर हो गए थे।
कठूमर (अलवर) से कांग्रेस विधायक बाबूलाल बैरवा ने स्वास्थ्य मंत्री परसादीलाल मीणा और जलदाय मंत्री महेश जोशी पर उनके काम नहीं करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा- मैं चार बार का विधायक हूं। परसादीलाल मीणा और महेश जोशी मेरे काम नहीं करते। मैं दलित विधायक हूं। शायद इसलिए परसादी मेरे काम नहीं करते और तो कोई कारण समझ नहीं आता। महेश जोशी भी केवल झांसा देते हैं। मेरा कोई काम वो भी नहीं करते। स्वास्थ्य मंत्री का बेटा विभाग चला रहा है।
बैरवा बोले- केवल झांसा देते हैं, काम नहीं करते
बैरवा ने कहा- मेरे इलाके में अस्पताल, सब सेंटर कुछ नहीं खोले। मेरे इलाके में सैकड़ों पद खाली हैं। डॉक्टर नहीं हैं। मुख्यमंत्री और प्रभारी को कई बार कह दिया, लेकिन काम नहीं हुए। मेरे क्षेत्र में एक्सईएन लगाना है, स्टाफ लगाना है।
कठूमर में एक्सईएन का नया ऑफिस खोला है, लेकिन वहां अब तक कुछ नहीं हुआ। मैं 20 बार महेश जोशी से मिल चुका हूं। मंत्री बोल देते हैं, लेकिन काम नहीं करते हैं। महेश जोशी और परसादी लाल मीणा के अलावा बाकी मंत्री मेरा काम करते हैं। हर साल 40 हैंडपंप मिलते थे, लेकिन जलदाय मंत्री ने आठ भी नहीं दिए। पिछले बजट में मुख्यमंत्री ने हैंडपंप घोषित किए थे, लेकिन यह दूसरा बजट आने को है, साल भर निकल गया, अब तक काम नहीं हुआ।
दो साल पहले भी उठाए थे सवाल
बाबूलाल बैरवा ने दो साल पहले तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा पर भी काम नहीं करने के आरोप लगाए थे। उस वक्त बैरवा ने कहा था- दलित होने के कारण स्वास्थ्य मंत्री उनके काम नहीं करते। बैरवा ने बाड़मेर, जैसलमेर में उनके क्षेत्र की नर्स और दूसरे कर्मचारियों के ट्रांसफर नहीं करने के आरोप लगाए थे। अब बैरवा कह रहे हैं कि आवाज उठाने के बाद रघु शर्मा ने सारे काम कर दिए थे।
सरकार के मंत्रियों पर पहले भी कई विधायक सवाल उठा चुके हैं। कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा, अमीन खान ने विधानसभा के पिछले बजट सत्र में जमकर मंत्रियों के कामकाज पर सवाल उठाए थे। दिव्या मदेरणा ने जलदाय मंत्री महेश जोशी को रबर स्टैंप तक कह दिया था। अमीन खान ने कहा था कि उनके जिले में काम नहीं हो रहे। मुस्लिम 90 फीसदी वोट कांग्रेस को देता है, लेकिन बदले में उन्हें अधिकार नहीं मिलते।
दो साल पहले पायलट समर्थक विधायकों ने भी दलित आदिवासी विधायकों को तवज्जो नहीं मिलने का मुद्दा उठाया था। पायलट समर्थक विधायक वेद प्रकाश सोलंकी कई बार पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा चुके हैं। कांग्रेस की बैठकों में भी मंत्री सवालों के घेरे में रहे हैं। सचिन पायलट समर्थक मंत्री हेमाराम चौधरी ने बिजली नहीं आने के मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से पिछले सप्ताह सवाल उठाए थे। पूर्व मंत्री हरीश चौधरी ने पेपर लीक पर सवाल उठाए थे।